आपको बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना केंद्र सरकार द्वारा 26 मई 2020 को चलाई गई थी जो कि लॉकडाउन के दौरन गरीब जनता को मदद करने के लिए चलाई गई थी इस योजना का आरंभ प्रधानमंत्री द्वारा किया गया तथा वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने विभिन्न प्रकार की योजनाओं को जन कल्याण योजना के तहत आरभ किया।
इस योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा एक करोड़ 70 लाख की धनराशि की घोषणा की गई जिसमें से 80 करोड़ लोगों को सहायता प्रदान की गई. आज हम आपको इसके बारे में बताने वाली है तो चलिए आप उसके बारे में बताते हैं.
प्रधानमंत्री गरीब योजना क्या थी
जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं देश में कोरोनावायरस की लहर चल रही थी जिसके लग रहा था इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की इसके तहत राशन देने की घोषणा की गई जिसके तहत सभी लाभार्थियों को तक पहुंचे और कम दाम में मिले इसके लिए सरकार ने विशेष प्रावधान किया प्रधानमंत्री गरीब योजना के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सड़क पर रहने वाले कूड़ा उठाने वाले ढेला वाले चलाने वाले आदि को पहले योजना दी।
80 करोड़ रुपए का लाभ देने के लिए की गई घोषणा
आपको बता दें कि मार्च 2020 में भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की घोषणा की गई थी जिसके तहत गरीब लोगों की मदद की जा सके इसके लिए सरकार ने ₹800000000 की खाद्य सुरक्षा अधिनियम से गरीब लोगों को मुफ्त अनाज का वितरण किया गया था जिसकी योजना के तहत महामारी के कारण आई आर्थिक आपदाओं से निपटने के लिए लोग की मदद के लिए इस योजना को शुरुआत करनी पड़ी इस योजना के तहत जरूरतमंद को खुद सुरक्षा प्रदान करने के लिए तथा उन्हें टाइम पर चीजें प्राप्त हो सके इस योजना की शुरुआत की गई,
आपको बता दें इस योजना के तहत इसके पहले चरण से लेकर 5व तक लगभग 80 करोड़ लोगों को फ्री में अनाज दिए गए तथा राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों को लगभग 759 लाख मैट्रिक टन अनाज का वितरण किया गया है इस खाद्य सब्सिडी में लगभग 2. 6 करोड रुपए के लोग आर्थिक मदद की गई।
आपको बता देगी प्रधानमंत्री गरीब योजना की पांच चरण इसके पहले चरण में इस योजना के संचालन की घोषणा केवल 3 महीने के लिया गई थी कि अप्रैल मई-जून तक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं लेकिन यह योजना पहले चरण में तक चली उसके बाद इस योजना को सरकार ने जुलाई से नवंबर तक कर दिया जिसके तहत गरीब लोगों को अनाज मुफ्त में मिलने लगा लेकिन इसके तीसरे चरण के पश्चात यह चलता ही रहा और यह पहली चरण से लेकर 5 तक पहुंच गया जिसमें लोगों को सरकार ने बहुत आर्थिक मदद की
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एक देश एक राशन कार्ड के द्वारा किया गया राशन कार्ड का वितरण
आपको बता देगी केंद्र सरकार ने एक देश एक राशन कार्ड योजना का आरंभ किया था जिसके तहत पूरे देश में एक से एक राशन कार्ड के माध्यम से राशन की प्राप्त की जा सकती है जैसे कि बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तर प्रदेश तेलगाना कर्नाटका केरला हरियाणा जैसे राज्यों में पहले चरण से लेकर चौथे चरण तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की वितरण के लिए लेनदेन की अधिकतम सीमा दर्ज की गई दिल्ली हरियाणा पंजाब आदि शहरों में किया जाएगा।
सबसे पहले उत्तर प्रदेश ने शुरू किया राशन कार्ड बांटने का अब महाअभियान
आपको बता दें कि 12 दिसंबर 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राशन बांटने के लिए महा अभियान शुरू किया गया जिसके तहत राज्य सरकार द्वारा यह जानकारी दी गई की है अभी हम देश का अब तक के सबसे बड़ा राशन बांटने वाला निर्णय है जिसके तहत जो बीपीएल बताइए पी एल राशन कार्ड धारकों को सीधे इसे ध्यान कालापन है देने के लिए किया जाएगा इस अभियान के तहत राशन कार्ड धारकों को परिवारों को दुगना राशन वितरण किया जाएगा जिसके तहत सरकार पर 15 करोड़ से राशन कार्ड रखने वालों को राशन फ्री में दिया गया यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आप इस देने के लिए आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं ताकि आपको भविष्य में भी इसकी आवश्यकता पड़े तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं.
दिल्ली सरकार द्वारा किया गया इस योजना का विस्तार
आपको बता दें कि अब तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के चार चरण किए जा चुके हैं चौथे चरण के अंतर्गत सरकार द्वारा नवंबर 2021 तक सभी को खाने पीने की चीज बांटने की आवंटित किया गया है जिसके तहत 5 किलो गेहूं मुक्त राशन दिया जाता है जिसके तहत कोरोनावायरस महावरी कारण 2020 में इस योजना का आरंभ किया गया था दिल्ली सरकार द्वारा इस योजना का विस्तार मई 2022 में किया गया था कि वह भी अपने शहर के गरीब लोगों की आर्थिक मदद कर सके इसके लिए विचार कपड़ा और दोनों ने उसके लिए मंजूर किया आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल जी के द्वारा कोविड-19 बृजेंद्र योजना के लिए जिसके तहत गरीबों की मदद कर सकते थे।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का मेन मकसद ही गरीब लोगों की मदद करना था जिससे कि उन्हें करो ना में लॉकडाउन के दौरान लोगों को खाने में नहीं मिल रहे थे रहने के लिए जगह नहीं मिल पा रही थी उनके लिए सरकार ने इस योजना का आरंभ किया था ताकि उनको आर्थिक मदद दी जा सके.
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