जैसा कि आप सभी जानते हैं भारत सरकार द्वारा राज्य में तरह-तरह की योजना चली जाती है ताकि उसे गरीब लोगों को मदद की जा सके इसी के चलते हैं राजस्थान सरकार में कुसुम योजना के तहत राज्य के किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाली पंप प्रदान करेगी जिसकी मदद से अपने खेतों की सिंचाई कर सकेंगे और उनसे उनका सिंचाई में लगने वाला लागत कम हो सके। इसलिए राजस्थान सरकार ने कुसुम योजना की शुरुआत की है आज हम आपको उसी के बारे में बताने वाले हैं कि कुसुम योजना क्या है कुसुम योजना के लिए आप कैसे अप्लाई कर सकते हैं इसके बारे में हम आपको विस्तार पूर्वक बताने वाले हैं तो चलिए आपको उसके बारे में बताते हैं
कुसुम योजना क्या है
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से राजस्थान में कुसुम योजना की शुरुआत की है. इस योजना के अंतर्गत तीन करोड़ पेट्रोल तथा डीजल से चलने वाली सिंचाई पंपों को बदला जाएगा। जिसकी मदद से किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप दिए जाएंगे क्योंकि जैसे कि आप जानते हैं कि डीजल पेट्रोल करना काफी महंगा पड़ रहा है इसलिए इस योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा पहले चरण में डीजल और पेट्रोल से चलने वाले 175000 पंप को सोनल पैनल की सहायता से चलाया जाएगा | इसकी मदद से किसानों के ऊपर लागत भी काम आएगी और आसानी से कम बजट में उनके खेतों में सिंचाई का काम भी हो जाएगा।
कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन कैसे करें आवेदन
यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको कुसुम योजना ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा उसके बाद ही आप इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इस योजना के लिए आपको सबसे पहले इस योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पर जाने के बाद आपको ऑनलाइन फॉर्म दिखाई देगा इसके बाद आवेदन में पूछे गए सभी डिटेल आपको भर देनी है जैसे कि नाम भूमि का विवरण ,एप्लीकेशन फीस डिटेल, मनी डिपॉजिट पैसा इसके बाद फॉर्म को सबमिट कर देना है। सबमिट करने के बाद अगर आप इसकीयोग्य होते हैं तो आपको सौर पंप सेट की 10% लागत के लिए विभाग द्वारा निर्देश दिए जाते हैं. इस प्रक्रिया को पूरा होने के कुछ दिनों बाद ही आप खेत में सौर पंप लगा दिए जाते हैं.
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कुसुम कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए क्या दस्तावेज होनी चाहिए
यदि आपको ऑनलाइन आवेदन करते हैं तो सबसे पहले आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए ,आपके पास राधा राशन कार्ड होना चाहिए, मोबाइल नंबर होना चाहिए बैंक की पासबुक को भी होनी चाहिए, आपके पास ऑथराइजेशन लेटर होना चाहिए जैसे चार्टर्ड अकाउंट द्वारा जारी है नेटवर्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए ,जमीन की जमाबंदी कॉपी होनी चाहिए इसके बाद ही इस योजना के लिए आप अप्लाई कर सकते हैं.
कुसुम योजना के लिए आपके पास क्या योग्यता होनी चाहिए
इसके लिए आपको सबसे पहले राजस्थान के निवासी होना चाहिए केवल किसानों की इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आवेदन करने वाले जीरो पॉइंट 5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा यंत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं आवेदन करने कि निगम द्वारा आधारित सूचित क्षमता के लिए अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता के लिए कर सकते हैं 1 मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की जरूरत पड़ती है.
कुसुम योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है
आपको बता दें कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को लाभ देना है जो कि अपने खेतों की सिंचाई करने के लिए डीजल या पेट्रोल के द्वारा खेतों की सिंचाई करते थे जैसे कि उनके लिए बहुत ही मेहनत पड़ता था उनके मदद देने के लिए राजस्थान सरकार ने कुसुम योजना की शुरुआत की गई जिसकी मदद से उन्हें सोलर पंप दिए जाते हैं सोलर पंप जोकि सोलर ऊर्जा से चलते हैं जिससे की लागत भी कम आती है और खेतों की सच्चाई भी जल्दी होती है और किसान लोगों की डीजल और पेट्रोल खरीदने की मुसीबत से छुटकारा मिलता है.
कुसुम योजना के अंतर्गत मिलने वाला लाभ क्या है
आपको बता दें कि कुसुम योजनाआ जाने से किसानों को बहुत बड़ा लाभ होगा। सौर सिंचाई पंप आपको सस्ते और अच्छे दाम पर मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में लगभग 17 लाख 50 हजार किसानों को सौर ऊर्जा पंप दिए जाएंगे। इस योजना के आ जाने से डीजल पेट्रोल की खपत कम होगी। सोलर पंप से सिंचाई करने के कारण किसानों को कम लागत में सिंचाई की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार की तरफ से किसानों को वित्तीय सहायता दी जाएगी और खेत में आसानी से लगा सकता है उसका लाभ ले सकता है।
इस योजना के अंतर्गत सोलर पैनल लगाने से लगने के लिए सरकार की तरफ से किसानों को 60 परसेंट की वित्तीय सहायता दी जाती है। बैंकों द्वारा 30% के लोन दिया जाएगा केवल 10 परसेंट ही किसानों को लगाना होगा। इस योजना के अंतर्गत देश की उस उस किसानों को भी फायदा मिलेगा जहां पर बिजली की समस्या होती है. सोलर लग जाने से बिजली 24 घंटे रहेगी इस प्रकार किसान बिजली का उपयोग कर सकते हैं. अगर किसान चाहे तो बिजली को सरकारी विभाग में बेचकर भी पैसा कमा सकते हैं इस योजना के अंतर्गत सोनल पहले उसी भूमि पर लगाया जाएगा जो बंजर भूमि हो बंजर भूमि को भी उपयोग में लाया जा सके.
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